• Home
  • जल योद्धा
  • विडियो
  • संपादकीय
  • गैलेरी
  • जल गीत
  • पूर्णा प्रवाह
  • विश्व जन जल जोड़ो अभियान
  • स्तंभ
  • हमसे संपर्क करें
  • ई-पत्रिका
जल भी है फिर कल भी है, निश्चय के बादल भी है। बढ़ो सहेजो उसे यहाँ , फिर पानी सम्बल भी है; कल था अपना कल भी है, नदियाँ की कल कल भी है। अमृत है उसको जानो, सब बातों का हल भी है। भागीरथ - संकल्प अगर, तो फिर गंगा जल भी हैं। पावनता की अलख लगे वह स्वच्छ निर्मल भी है।

NOVEMBER 2016

Posted by admin on 10 June 2017 under Uncategorized
Get Adobe Flash Player
WordPress Gallery Plugin

« OCTOBER 2016